केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित 28वीं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद क्षेत्रीय समिति की बैठक में प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी, वचुअर्ली शामिल हुए। कृषि मंत्री ने किसानों की फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए घेरबाड़ बनाने के लिए विशेष बजट की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जंगली जानवरों के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है, जिससे उनकी खेती में रुचि कम होती जा रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि पूर्व में प्रदान किए जाने वाले बजट को फिर से बहाल किया जाए।
श्री जोशी ने कहा कि राज्य के ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों में तुमड़ी आलू की पारंपरिक खेती पर शोध होना चाहिए। उन्होंने इस फसल की बढ़ती मांग और इसमें संभावनाओं को उजागर करते हुए इसे बढ़ावा देने पर बल दिया। कृषि मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की परंपरागत फसलें जैसे- मंडुवा, सांवा, काला भट्ट, तोर और राजमा को जी.आई टैग प्रदान किया गया है। इन फसलों के बीजों के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए ठोस प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने पर्वतीय क्षेत्रों के लिए उड़द और अरहर जैसी दलहन की नई प्रजातियों को विकसित करने का सुझाव भी दिया। कृषि मंत्री ने जैविक खेती को बढ़ावा देने और कीट व्याधि नियंत्रण के लिए जैव रसायन विकसित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।