प्रदेश की दस सीटों पर होने वाले उप चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नये सिरे से अपने मंत्रियों को जिलों का प्रभार सौंपा है। प्रदेश के 75 में से 73 जिलों के मंत्रियों के प्रभार बदले गये हैं। पीलीभीत के प्रभारी मंत्री बलदेव औलख और मिर्जापुर के नंद गोपाल नंदी का प्रभार नहीं बदला गया है।
मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्रियों के पास पच्चीस-पच्चीस जिलों की समीक्षा की जिम्मेदारी रहेगी। इसमें चार-चार माह के बाद रोटेशन के आधार पर जिलों का प्रभार बदलता रहेगा। लखनऊ में कल अपने सरकारी आवास पर आयोजित बैठक में उप चुनाव, सदस्यता अभियान और मंत्रियों के प्रभार को लेकर हुयी चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने यह बदलाव किये हैं।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को अब लखनऊ के साथ वाराणसी का भी प्रभार दिया गया है। स्वतंत्र देव सिंह को प्रयागराज और गोरखपुर की जिम्मेदारी दी गयी है। पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेन्द्र कश्यप को मैनपुरी और शाहजहांपुर का प्रभारी बनाया गया है। मंत्री दयाशंकर सिंह प्रतापगढ़ और देवरिया, दिनेष प्रताप सिंह कुशीनगर और कौशाम्बी, दयाशंकर मिश्र दयालु बलिया और महराजगंज तथा अनिल राजभर आजमगढ़ और सिद्धार्थनगर के प्रभारी बनाये गये हैं।