पूर्व सेना प्रमुखों और सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी का दो दिवसीय संवाद कार्यक्रम सेना प्रमुख चिंतन आज से नई दिल्ली में प्रारंभ हुआ। इस सम्मेलन का उद्देश्य पूर्व सेना प्रमुखों के संस्थागत ज्ञान और अनुभव का लाभ उठाने के लिए एक मंच प्रदान करना है। इस अवसर पर जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भारतीय सेना में किए जा रहे बदलाव और भविष्य की रूपरेखा को आकार देने में पूर्व सेना प्रमुखों की निरंतर भागीदारी के महत्व का उल्लेख किया।
इस कार्यक्रम के दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें वायु सेना और नौसेना के समन्वित संचालन गतिविधियों के बारे में प्रमुखता से जानकारी दी गई। सम्मेलन में प्रासंगिक समझ बढ़ाने और पूर्व सेना प्रमुखों के विचारों को जानने के लिए ऑपरेशन सिंदूर के निष्पादन, रणनीतिक प्रभाव और संयुक्त कौशल मॉडल को विस्तार से प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा सैन्य परिचालन क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से प्रमुख प्रौद्योगिकियों और आधुनिकीकरण कार्यक्रमों को शामिल करने के बारे में भी जानकारी दी गई।