राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पुर्तगाल और स्लोवाकिया कि सरकारी यात्रा के बाद कल रात नई दिल्ली लौट आईं। इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए उच्च स्तरीय बैठकें कीं।
श्रीमती मुर्मु स्लोवाकिया के राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रीनी के आमंत्रण पर स्लोवाकिया गईं। पिछले 29 वर्षो में किसी भारतीय राष्ट्रपति की स्लोवाकिया की यह पहली यात्रा थी। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति पेलीग्रीनी, प्रधानमंत्री रॉबर्ट फीको और अन्य नेताओं के साथ विचार विमर्श किया। दोनों देशों ने अंतरिक्ष और आर्टीफीशियल इंटैलिजेंस जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर बातचीत की।
उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए दोनों देशों के बीच बढते सांस्कृतिक संबंधों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि स्लोवाकिया में योग, आयुर्वेद और भारतीय व्यंजन बहुत ही लोकप्रिय हैं और ये सांस्कृतिक संबंध दोनों देशों के बीच बढते संबंधों के प्रतीक हैं।
राष्ट्रपति मुर्मु अपनी यात्रा के पहले चरण में पुर्तगाल गईं। यह यात्रा ऐसे समय में हुई जब भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत हो रही है। इस दौरान उन्हांने पुर्तगाल के शीर्ष नेतृत्व के साथ विचार-विमर्श किया तथा स्थानीय प्रवासियों के साथ भी बातचीत की।
इससे पहले विदेश मंत्रालय में पश्चिमी मामलों के सचिव तन्मय लाल ने राष्ट्रपति मुर्मु की पुर्तगाल यात्रा को ऐतिहासिक बताया था। उन्होंने कहा था कि दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों का भारत-यूरोपीय संघ भागीदारी में महत्वपूर्ण योगदान है।