केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शिक्षा प्रणाली में डिजिटलीकरण और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के एकीकरण की आवश्यकता पर बल दिया है। श्री प्रधान ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद-एनसीईआरटी के 65वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर श्री प्रधान ने पीएम ई-विद्या मोबाइल एप्लिकेशन, दीक्षा 2.0 सहित अन्य पहलों की शुरुआत की। इस पहल का उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता और पाठ्यक्रम विकास को बढ़ावा देना है।
श्री प्रधान ने दीक्षा 2.0 पहल के बारे में बताया कि यह एक उन्नत डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो बारह भारतीय भाषाओं में टेक्स्ट फाइल्स का अनुवाद करने की सुविधा प्रदान करता है।
श्री प्रधान ने कहा कि 2047 तक समृद्ध भारत का निर्माण तभी संभव है जब विद्यार्थियों को रचनात्मक सोच विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने एनसीईआरटी से आग्रह किया कि वह अमृत पीढ़ी में विचारशील सोच को बढ़ावा देने के लिए एक से अधिक भाषा को प्रोत्साहित करे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एनसीईआरटी शैक्षिक सुधारों को आगे बढ़ाएगा और समृद्ध भारत की परिकल्पना को साकार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।