पारंपरिक चिकित्सा पर दूसरा वैश्विक शिखर सम्मेलन कल से नई दिल्ली में शुरू होगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन और आयुष मंत्रालय ने संयुक्त रूप से इसका आयोजन किया है। इस वर्ष का विषय है- विज्ञान तथा स्वास्थ्य और आरोग्य के बीच संतुलन बहाल करना। आयुष मंत्रालय, विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से आयुष प्रदर्शनी भी आयोजित करेगा।
इसमें भारत की आयुष प्रणालियां प्रदर्शित की जाएंगी, जिसमें आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध, सोवा-रिग्पा और होम्योपैथी शामिल हैं। इसके साथ-साथ वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को भी दर्शाया जाएगा। इसका उद्देश्य विभिन्न चिकित्सा प्रणालियों के साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए दुनिया भर के नीति निर्माताओं, वैज्ञानिकों, और नवाचारों को एक साथ लाना है।