पाकिस्तान सेना के द्वारा बलूचिस्तान में की जा रही सैन्य कार्रवाइयों और मानवाधिकार उल्लंघनों पर दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भी गुस्सा बढ़ने लगा है। बलूच राष्ट्रीय आंदोलन ने जर्मनी के हनोवर में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बलूच प्रवासी प्रदर्शनकारियों ने पीड़ितों के लिए न्याय और पाकिस्तानी सशस्त्र बलों द्वारा सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल रोकने की माँग करते हुए आंदोलन किया।
जर्मनी के बलूच प्रवासियों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने बलूचिस्तान के ज़ेहरी में हवाई और ज़मीनी दोनों तरह के हमले किए, जिसके परिणामस्वरूप अनेक महिलाओं और बच्चों की मौत हो गई, कई घर और गाँव तबाह हो गए। उन्होंने दावा किया कि ज़ेहरी एक महीने से भी ज़्यादा समय से लगातार बमबारी की चपेट में है, संचार व्यवस्था बाधित है, कर्फ्यू लगा हुआ है और मानवीय सहायता भी नहीं मिल पा रही है। प्रदर्शनकारियों ने यूरोपीय संघ, संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय निकायों से इसमें हस्तक्षेप करने की मांग की।
बलूच राष्ट्रीय आंदोलन ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से इन अपराधों के लिए पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराने और पाकिस्तान पर बलूच राष्ट्र के खिलाफ चल रहे अभियान को रोकने का आग्रह किया है।