पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग ने खैबर पख्तूनख्वा में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। आयोग ने कहा है कि प्रांत में लोगों में भय और अराजकता का महौल है। अपनी नवीनतम रिपोर्ट में आयोग ने कहा है कि इस वर्ष पाकिस्तान में हुए हमलों में से लगभग दो-तिहाई खैबर पख्तूनख्वा में हुए हैं। इसमें मुख्य रूप से सुरक्षा बलों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को निशाना बनाया गया। रिपोर्ट के अनुसार जिन जिलों में लोग असुरक्षा, जबरन विस्थापन और न्याय तक सीमित पहुंच का सामना कर रहे है उन्हें प्रमुख रूप से निशाना बनाया गया है। आयोग के अनुसार प्रभावित समुदायों की गवाही, मनमानी हिरासत और कार्रवाई लोगों के बीच निराशा को दर्शाती है। इन मुद्दों को कवर करने वाले पत्रकारों को सेंसरशिप, धमकियों और हमलों का सामना करना पड़ता है। यह पारदर्शिता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को और कमज़ोर करती हैं। आदिवासी बुजुर्ग, राजनीतिक अधिवक्ता और शांति चाहने वाले लोगों को भी हमले का सामना करना पड रहा हैं। इससे असुरक्षा और अविश्वास की भावना पैदा हो रही है।
Site Admin | नवम्बर 10, 2025 4:31 अपराह्न
पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग ने खैबर पख्तूनख्वा में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर चिंता व्यक्त की