पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग ने पिछले एक साल में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर बढ़ती हिंसा के खिलाफ चिंता व्यक्त की है। आयोग ने अपनी ताजा रिपोर्ट में लक्षित हत्याओं, जबरन धर्मांतरण, पूजा स्थलों को क्षति पहुंचाने और बढ़ते घृणास्पद भाषणों का हवाला दिया है।
रिपोर्ट में पुलिस द्वारा फर्जी मुठभेड़ में हत्याएं, विशेषकर पंजाब में बाल शोषण के बढ़ते मामलों और महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा में वृद्धि का भी उल्लेख है। रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि व्यवस्थागत भेदभाव और कानून का शासन लागू करने में विफलताएं पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों को नुकसान पहुंचा रही हैं।