संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त – यूएनएचसीआर के अनुसार, पाकिस्तान ने 1 जनवरी से नवंबर 2025 के मध्य तक एक लाख से ज़्यादा अफ़गानों को हिरासत में लिया है। ज़्यादातर गिरफ़्तारियाँ बलूचिस्तान के चगाई और क्वेटा ज़िलों तथा पंजाब के अटक ज़िलों में की गईं।
यूएनएचसीआर ने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों में से 76 प्रतिशत अफ़गान नागरिक कार्ड धारक या बिना दस्तावेज़ वाले प्रवासी थे। वहीं शेष 24 प्रतिशत के पास पंजीकरण प्रमाण पत्र थे। यूएनएचसीआर ने पाकिस्तान में अफ़गान शरणार्थियों के लिए नकद सहायता में कमी देखी है क्योंकि दानदाताओं से मिलने वाली धनराशि में लगातार कमी आ रही है।
सहायता एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि इस कमी ने उन हज़ारों अफ़गान परिवारों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं जो भोजन, किराए और सर्दियों की आपूर्ति के लिए सहायता पर निर्भर हैं।
कई मानवीय संगठनों ने पाकिस्तान से आग्रह किया है कि वह यह सुनिश्चित करे कि कोई भी वापसी स्वैच्छिक हो और अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों के अनुरूप हो।