जाने-माने बलूच मानवाधिकार कार्यकर्ता मीर यार बलूच ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना के प्रतिबंधों के बावजूद, बलूचिस्तान 11 अगस्त को राष्ट्रीय स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है। सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान किसी भी अवैधानिक निर्देश का पालन करने के लिए कानूनी या नैतिक रूप से बाध्य नहीं है और स्वंतत्रता दिवस का आयोजन बलूचों का मूल अधिकार है। मीर बलूच ने कहा कि बलूचिस्तान ने एक बार फिर पाकिस्तान को सेना शांतिपूर्वक वापस बुलाने का अवसर दिया है। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान के लिए वैश्विक शर्मिंदगी और 1971 के बांग्लादेश युद्ध में अपने अपमानजनक आत्मसमर्पण की घटना को दुहराने से बचने का अवसर है।
बलूचिस्तान के मानवाधिकार संगठनों ने पाकिस्तानी सेना द्वारा किए जा रहे दमन को बार-बार उजागर किया है।