पश्चिम बंगाल सरकार चक्रवात रेमाल को ध्यान में रखते हुए बडे पैमाने पर राहत और पुर्नवास कार्य कर रही है। इस चक्रवात के आज आधी रात को बांग्लादेश में खेपुपारा और बंगाल में सागर द्वीप के बीच टकराने की आशंका है। राज्य सचिवालय नबन्ना में विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। संभावित आपदा से निपटने के लिए कोलकाता पुलिस मुख्यालय में भी एकीकृत नियंत्रण कक्ष ने काम करना शुरू कर दिया है। कोलकाता विमानपत्तन के अधिकारियों ने चक्रवात के संभावित असर को देखते हुए आज दोपहर से 21 घंटों के लिए उडाने बंद करने का फैसला किया है।
इस बीच नौसेना ने भी चक्रवात रेमाल से उत्पन्न स्थिति से निपटने और तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। नौसेना ने प्रभावित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मानवीय सहायता और आपदा राहत पहुंचाने तथा चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए आवश्यक सामग्री से लैस दो जहाज तैयार रखे हैं। इसके अलावा त्वरित कार्यवाई के लिए नौसेना ने सी-किंग और चेतक हैलिकॉप्टरों तथा डोर्नियर विमानों सहित को स्टैंडबाई में रखा है। आवश्यक उपकरणों से लैस गोताखोरों के विशेष दल कोलकाता और विशाखपत्तनम में तैनात किए गये हैं। इसके अतिरिक्त विशाखापत्तनम और चिल्का से दो राहत दल अल्प सूचना पर तैनाती के लिए तैयार हैं।