पश्चिम बंगाल की मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया में 58 लाख से अधिक जनगणना प्रपत्र प्राप्त नहीं हुए हैं। इन मतदाताओं के नाम अस्थायी रूप से मसौदा सूची से हटा दिए जाएंगे। पश्चिम बंगाल में अब तक 92 दशमलव चार एक प्रतिशत मतदाता प्रपत्रों का डिजिटलीकरण हो चुका है।
सात करोड 66 लाख 86 हजार 658 मतदाता प्रपत्रों में से 7 करोड 6 लाख 98 हजार 649 प्रपत्रों का डिजिटलीकरण हो चुका है। वर्तमान में आयोग को 99 दशमलव नौ-नौ प्रतिशत मतदाताओं की जानकारी प्राप्त हो चुकी है।
पूर्वी मिदनापुर, बांकुरा, मुर्शिदाबाद, नादिया, बीरभूम और दक्षिण दिनाजपुर जिलों में 93 से 96 प्रतिशत प्रपत्रों का डिजिटलीकरण हो चुका है।
उत्तर और दक्षिण कोलकाता इस मामले में पीछे हैं, उत्तर कोलकाता में 74 दशमलव शून्य सात प्रतिशत और दक्षिण कोलकाता में 76 दशमलव एक सात प्रतिशत डिजिटलीकरण दर्ज किया गया है। सूत्रों के अनुसार कुछ क्षेत्रों में धीमी गति का कारण असहयोग और बुनियादी ढांचे और तकनीकी खामियां हैं।