नवम्बर 1, 2024 3:09 अपराह्न

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पर्वतीय क्षेत्रों में दीपावली का त्योहार पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा

दीपों का पर्व दीपोत्सव प्रदेशभर में पारंपरिक आस्था और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। वहीं, राज्य के पर्वतीय अंचल में आज भी दीपावली का त्योहार पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।

 

उमंग और उत्साह के इस त्योहार को मनाने के लिए लोग घरों में पूरी-पकोड़ी और विभन्न प्रकार के व्यंजन बना रहे हैं। साथ ही लोग बाजारों से मिठाईयां, खिल-बताशे, दीये, बाती तथा अन्य जरूरी सामान की खरीददारी कर रहे हैं।

 

राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में दीपावली के 11 दिन बाद इगास मनाई जाएगी। मान्यता है कि भगवान राम के अयोध्या लौटने की खबर पहाड़ों में 11 दिन बाद पहुंची थी। इसीलिए लोग दीपोत्सव के 11 दिन बाद इगास- बग्वाल मनाई जाती है। वहीं दूसरी मान्यता के अनुसार दीपावली के समय गढ़वाल के वीर माधो सिंह भंडारी के नेतृत्व में गढ़वाल की सेना ने दापाघाट, तिब्बत का युद्ध जीतकर विजय प्राप्त की थी। दीपावली के ठीक ग्यारहवें दिन गढ़वाल सेना अपने घर पहुंची थी। युद्ध जीतने और सैनिकों के घर पहुंचने की खुशी में उस समय इगास (बग्वाल) मनाई गई थी।