पर्यावरण राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कोलंबिया में पार्टियों के सम्मेलन की 16वीं बैठक में भारत की अद्यतन ‘राष्ट्रीय जैव विविधता कार्य नीति और योजना’ -एनबीएसएपी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने इसे अद्यतन करने में भारत के ‘संपूर्ण सरकार’ और ‘संपूर्ण समाज’ दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। इस योजना के अंतर्गत पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने की कार्यनीति की रूपरेखा तैयार की जाती है। इसके अलावा यह पारिस्थितिकी तंत्र बहाली, प्रजातियों की पुनर्प्राप्ति कार्यक्रमों और समुदाय-संचालित संरक्षण प्रयासों के माध्यम से चुनौतियों का समाधान किया जाता है।
श्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि अद्यतन जैव विविधता कार्यनीति खराब पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली, आर्द्रभूमि की सुरक्षा और समुद्री तथा तटीय क्षेत्रों के सतत प्रबंधन पर केंद्रित है। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्य योजना 2025 तक प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने की दीर्घकालिक दृष्टि के साथ, 2030 तक जैव विविधता के नुकसान को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण दिशा निर्देश है। यह दस्तावेज़ पिछले महीने की 30 तारीख को जारी किया गया था।