परिषदीय स्कूलों के छात्र-छात्राओं का अब वर्ष में चार बार मूल्यांकन होगा। अगस्त और दिसंबर में सत्रीय परीक्षाएं होगीं। अक्टूबर में अर्धवार्षिक और मार्च में वार्षिक परीक्षाएं होगीं। तीन वर्ष पहले कोरोना संक्रमण की वहज से सत्रीय परीक्षाए आयोजित की जा रही थी, जिसकी वजह से वर्ष में सिर्फ दो बार ही मूल्यांकन हो पा रहा था। अब फिर से दोनो सत्रीय परीक्षाएं शुरू की जाएगी। इसे शैक्षिक कैलेंटर वर्ष दो हजार चैबीस-पच्चीस में शामिल कर लिया गया है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देष दिये हैं कि इसे वह सख्ती से लागू कराये। वहीं कमजोर छात्रों के लिए कल से अट्ठाईस जून तक परीषदीय विद्यालयों में अवकाश के बाद तीस मिनट की उपचारात्मक कक्षाएं संचालित की जाएगी।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने निर्देष दिये हैं कि अंग्रेजी गणित सहित अन्य विषयों मे कमजोर छात्रों को छुट्टी के बाद रोका जाए और अलग से पढ़ाया जाए। हर शनिवार विद्यालय में शिक्षा चैपाल लगायी जाए और अभिभावकों को भी इसमें आमंत्रित किया जाए।