दिसम्बर 7, 2025 9:05 अपराह्न

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परंपराएँ, भाषाएँ और त्योहार संस्कृति के सबसे लोकतांत्रिक पहलू हैं: विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर

 

विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्‍यम जयशंकर ने कहा है कि भारत ने दुनिया भर में यूनेस्‍को विरासतों के संरक्षण और संवर्धन के लिए कई परियोजनाएँ शुरू की हैं। अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिए नई दिल्‍ली में अंतर-सरकारी समिति के 20वें सत्र के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही।

 

विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने विरासतों के संरक्षण के लिए देश के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि परंपराएं, भाषाएं और त्योहार संस्कृति के सबसे लोकतांत्रिक पहलू हैं। विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने भारतीय शहरों हैदराबाद और लखनऊ को यूनेस्को सिटी ऑफ़ गैस्ट्रोनॉमी के रूप में मान्यता मिलने पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्‍होंने अमूर्त विरासतों के संरक्षण के लिए यूनेस्को की भी सराहना की।

 

इस अवसर पर संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह बैठक जीवंत परंपराओं के संरक्षण के लिए देश की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि इन परंपराओं को संरक्षित करना महत्वपूर्ण है ताकि आने वाली पीढ़ियां विश्व के पारंपरिक ज्ञान को विरासत में प्राप्त कर सकें।

 

8 दिसंबर से शुरू होने वाले सत्र का उद्घाटन समारोह आज नई दिल्ली के लाल किले में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, यूनेस्को के महानिदेशक खालिद अल-एनानी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।