लोकतांत्रिक मूल्यों को संरक्षित करने तथा विधायी संस्थाओं को और जवाबदेह बनाने के संकल्प के साथ पीठासीन अधिकारियों का 85वां अखिल भारतीय सम्मेलन पटना में संपन्न हुआ। इस सम्मेलन में विधायी संस्थाओं को और मजबूत बनाने के लिए पांच संकल्पों से जुड़ा प्रस्ताव स्वीकार किया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इन संकल्पों के पूरा होने से भारतीय लोकतंत्र की गरिमा और बढ़ेगी। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि एक देश-एक विधान के लिए काम किया जा रहा है। श्री बिरला ने पीठासीन अधिकारियों से अपनी विधानमंडलों में डिबेट को नई तकनीक और कौशल के जरियें भावी पीढ़ी के लिए डिजिटल फॉर्मेट में संरक्षित करने को कहा। दो दिवसीय सम्मेलन में देशभर के तेईस विधानमंडलों के इकतालीस पीठासीन अधिकारियों ने भाग लिया।