पंजाब में बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है। मौसम विभाग द्वारा राज्य में अगले दो दिन में तेज बारिश की कोई चेतावनी नहीं जारी की गई है। भाखड़ा और पौंग बांधों से अब भी नियंत्रित रूप से पानी छोड़ा जा रहा है। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा है कि अत्यधिक पानी छोड़े जाने से आगे कोई खतरा नहीं होगा।
पिछले दो दिन में राज्य में बाढ़ से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। राज्य में 23 जिलों के 1900 अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। पंजाब में तैयार फसलों को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है।
हमारे जालंधर संवाददाता ने बताया है कि बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर पंजाब दौरे पर आए कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब में आई भीषण बाढ़ के लिए अवैध खनन को ज़िम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब में राहत और पुनर्वास के लिए एक अल्पकालिक, मध्यम और दीर्घकालिक योजना तैयार करेगी।
कृषि, वित्त, ऊर्जा और ग्रामीण विकास सहित कई मंत्रालयों की दो अंतर-मंत्रालयी समितियां बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन कर रही हैं और केंद्र सरकार के लिए रिपोर्ट तैयार करने में जुटी हैं।
इस बीच, सेना, वायु सेना, बीएसएफ और एनडीआरएफ के दल राहत और बचाव कार्यों में लगे हुए हैं। स्थानीय लोग और गैर-सरकारी संगठन भी प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।