पंजाब लगातार बाढ़ से जूझ रहा है। मूसलाधार बारिश के कारण राज्यभर की नदियाँ उफान पर हैं और भाखड़ा सहित कई बाँध पानी से लबालब हैं। इसे देखते हुए इन बांधों से नियंत्रित मात्रा में पानी छोड़ना पड़ रहा है। राज्यभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बाँधों और हेडवर्क्स से पानी छोड़े जाने के कारण पहले से प्रभावित जिलों सहित, पटियाला, फाजिल्का, अमृतसर, गुरदासपुर, फिरोजपुर, कपूरथला और शेष 17 जिलों की स्थिति और खराब हो सकती है।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्थिति का जायजा लेने के लिए पंजाब के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से बातचीत की। श्री चौहान कल बाढ़ प्रभावित राज्य का दौरा करेंगे और उसके बाद बाढ की स्थिति पर उच्च स्तरीय बैठक बुलाएंगे।
बाढ़ की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने इस महीने की सात तारीख तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है। यह निर्णय छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा कर रहे हैं और प्रभावित लोगों से मिल रहे हैं।
इस बीच, बाढ़ से 30 लोगों की मौत हो गई है और साढ़े तीन लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य भर में एक लाख 48 हज़ार हेक्टेयर से ज़्यादा ज़मीन पर खड़ी फ़सलें बर्बाद हो गई हैं और सैकड़ों पशु भी डूबने से मारे गए हैं। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।