पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी. ने राज्य में आदर्श आचार संहिता को पूरी तरह से लागू करने के लिए अपने कार्यालय की प्रतिबद्धता व्यक्त की है ताकि स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित किया जा सके। अपने चंडीगढ़ कार्यालय में लोकसभा चुनाव-2024 के संबंध में आज एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बाहुबल और धनबल का दुरुपयोग रोकने के लिए व्यापक प्रयास किए गए हैं।
राज्य के 24 हजार 433 मतदान केंद्रों में से दो हजार 416 की पहचान अब तक संवेदनशील के रूप में की गई है, जिसके लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपायों की जरूरत है। सभी मतदान केंद्रों पर सी सी टी वी लगाने के साथ ही केंद्रीकृत निगरानी लागू की जाएगी। मतदान बढ़ाने को लेकर खासकर करीब 12 हजार ऐसे मतदान केंद्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा जहां लोकसभा चुनाव 2019 में राष्ट्रीय और राज्य के औसत से कम मतदान हुआ था, ताकि ‘इस बार 70 पार’ के लक्ष्य को हासिल किया जा सके। आदर्श आचार संहिता लगने के बाद से 18 मार्च तक राज्य भर में 24 हजार 433 दीवार लेखन, 15 हजार 653 पोस्टर, सात हजार 511 बैनर और संपत्ति पर 23 हजार 916 लेखन हटाए गए हैं।
इस बीच, हमारे जालंधर संवाददाता ने खबर दी है कि निर्वाचन आयोग ने एक शिकायत के आधार पर जालंधर के डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल का तबादला करने का निर्देश दिया है। इस संबंध में जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि उन्हें वर्तमान तैनाती से उनके गृह जिले के अलावा किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि अधिकारी को जिले से बाहर स्थानांतरित किया जाना चाहिए और एक ही संसदीय क्षेत्र के भीतर तैनात नहीं किया जाना चाहिए।
इसी तरह रोपड़ रेंज के एडीजीपी जसकरण सिंह और बॉर्डर रेंज के डीआइजी नरिंदर भार्गव के भी तबादला का निर्देश दिया गया है। इन दोनों अधिकारियों को जिले से बाहर स्थानांतरित करने और एक ही संसदीय क्षेत्र में तैनात नहीं करने को भी कहा गया है। ये अधिकारी अप्रैल और जून में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। आयोग ने इन सभी की तैनाती के लिए तीन नामों के पैनल की मांग की है, जिनसे नई तैनाती की जाएगी।