नौसेना ने मालवाहक पोत एम.वी. रुएन को सोमालियाई लुटेरों से मुक्त कराकर चालक दल के 17 सदस्यों को सुरक्षित छुड़ा लिया है। इस जहाज का पिछले वर्ष दिसम्बर में, यमन के सुकुत्रा द्वीप के पास अपहरण कर लिया गया था।
नौसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी है कि 40 घंटे तक चली इस कार्रवाई के बाद 35 समुद्री लुटेरों को आत्मसमर्पण करना पड़ा।
यूरोपीय संघ के नौसैन्य बल ने संदेह व्यक्त किया है कि इस सप्ताह के शुरु में, सोमालिया तट पर बांग्लादेश के मालवाहक जहाज पर नियंत्रण के लिए पोत एम.वी. रुएन का ही इस्तेमाल किया गया था।
पिछले एक दशक में, सोमालिया के समुद्री लुटेरों ने महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय जलमार्गों में काफी व्यवधान उत्पन्न किए हैं। भारतीय नौसेना के अनुसार, पहली दिसम्बर से अब तक इन जलमार्गों पर अपहरण और अपहरण के प्रयासों की कम से कम 17 घटनाएं हो चुकी हैं।