उत्तराखण्ड भूस्खलन शमन और प्रबंधन केन्द्र की ओर से नैनीताल नगर नियोजन के लिए असुरक्षित स्थानों के चिन्हीकरण और भूगर्भीय सर्वेक्षण का कार्य शुरू हो गया है। इसके अलावा केन्द्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रूड़की के माध्यम से नगर के लगभग 1 हजार भवनों का भूकंप की दृष्टि से अध्ययन भी किया जाना है।
इसके लिए दोनों संस्थाओं के बीच अनुबंध हो चुका है। इस संबंध में नैनीताल में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी वंदना ने जिला विकास प्राधिकरण के सचिव को समन्वय नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया है।
वहीं, उत्तराखंड भूस्खलन शमन और प्रबंधन केन्द्र के निदेशक डा. शान्तनु ने जिलाधिकारी की सलाह पर नगर के चार्टन लॉज और कृष्णापुर इलाकों के कार्यों को पहले चरण में किए जाने के लिए अपनी सहमति दी है।