नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र और उत्तर बिहार के मैदानी इलाकें में भारी वर्षा के कारण गंगा, गंडक, बूढी गंडक, बागमती, महानंदा और कोसी समेत कई नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। इन सभी नदियों का जलस्तर कई स्थानों पर खतरे के निशान को पार कर गया है। वैशाली जिले के लालगंज और मुजफ्फरपुर के रेवा घाट में गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है।
नदी गोपालगंज के डुमरिया घाट में लाल निशान से बाईस सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा नदी का जलस्तर पटना के दीघा घाट में तेईस सेंटीमीटर, गांधी घाट में बयासी सेंटीमीटर और हाथीदह में लाल निशान से चौंसठ सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया है।
जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने संबंधित अधिकारियों को खतरनाक घाटों को चिन्हित कर वहां लाल कपड़ा लगाने के निर्देश दिये हैं। भागलपुर के कहलगांव में भी गंगा नदी खतरे के निशान से उनतालीस सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। गंगा नदी में उफान के कारण भागलपुर के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है।
जिले के नाथनगर में गंगा नदी प्रखंड अंतर्गत रत्तीपुर बैरिया, अजमेरीपुर, शंकरपुर बिंद टोली, सहित आसपास के निचले इलाकों में फैल रहा है। वहीं सबौर, कहलगांव के दियारा वाले इलाके में भी बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। लोग बाढ़ के संभावित खतरे को लेकर ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं।