नेपाल की अंतरिम सरकार ने युवा विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हत्या, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं की जाँच के लिए उच्च-स्तरीय आयोग का गठन किया है। जाँच आयोग का नेतृत्व विशेष न्यायालय के पूर्व अध्यक्ष गौरी बहादुर कार्की कर रहे हैं। आयोग को तीन महीने में जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होगी।
हिंसक प्रदर्शन के पहले दिन यानी आठ सितंबर को पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर अंधाधुंध गोलीबारी में 19 युवा मारे गए थे। इस आंदोलन में मरने वालों की संख्या 74 हो गई है। लगभग 130 घायलों का अभी भी विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।