आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग भ्रामक सूचना की चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। भ्रामक सूचना से लोकतंत्र की प्रक्रिया को क्षति हो सकती है। आयोग ने कड़े दिशा-निर्देश जारी करते हुए सभी हितधारकों से जिम्मेदारीपूर्ण व्यवहार करने और सतर्क रहने का आग्रह किया है। इस स्थिति की गंभीरता का उल्लेख करते हुए आयोग ने किसी प्रकार की भ्रामक सूचना का प्रसार करने से पहले राजनीतिक पार्टियों को उनकी जांच करने को कहा है। इस तरह भ्रामक सूचना के प्रसार को रोका जा सकता है।