निर्वाचन आयोग ने आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी को उनके दिए गए बयान पर निर्देश जारी किया है। यह निर्देश अपना राजनीतिक करियर बचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के उनके बयान पर जारी किया गया। उन्हें सोमवार को दोपहर तक इस पर अपना जवाब देने के लिए कहा गया है। जारी नोटिस में आयोग ने कहा कि मतदाता नेताओं द्वारा सार्वजनिक मंच पर दिये गए बयानों पर विश्वास करते हैं। इसकी वजह से चुनाव प्रचार पर इसका असर पड़ता है। आयोग ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता द्वारा लगाए गए आरोपों का साक्ष्य और आधार होना चाहिए। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने आतिशी के आरोपों को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी।
नोटिस पर आतिशी ने चुनाव आयोग की स्वतंत्रता और निष्पक्षता पर आरोप लगाया। एक प्रेस वार्ता के माध्यम से उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग विपक्षी दलों की शिकायत का संज्ञान अक्सर नहीं लेता है, लेकिन सत्ताधारी भाजपा की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करता है। भाजपा पर भी आरोप लगाते हुए आतिशी ने कहा कि चुनाव आयोग से नोटिस मिलने से पहले ही भाजपा ने मीडिया में यह खबर फैला दी थी।
दूसरी ओर भाजपा ने चुनाव आयोग पर उठाए गए आतिशी के आरोपों को आपत्तिजनक बताया है। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आतिशी का बयान राजनीतिक और प्रशासनिक शिष्टाचार की सीमाओं का उल्लंघन करता है।