नगालैंड में समय से पहले आये मानसून ने राज्य में बडे पैमाने पर तबाही मचाई है। कई जिलों में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ और भूस्खलन से बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण- एसडीएमए के अनुसार उसे घरों, सड़कों, पुलों, धान के खेतों और झूम खेती के क्षतिग्रस्त होने की कई खबरे मिली हैं।
दीमापुर में कई इलाकों में बाढ़ के बाद जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण-डीडीएमए ने राहत शिविर लगाए हैं। विभिन्न एजेंसियां सक्रियता से बचाव अभियान चला रही हैं। एक बड़े भूस्खलन ने मोन को लोंगलेंग जिले से जोड़ने वाली सड़क को पूरी तरह से काट दिया है।
मोकोकचुंग जिले के चांगकी और लोंगकोंग गांवों में भी भूस्खलन की खबर है, जिससे सड़कें और पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई हैं। तुएनसांग में राष्ट्रीय राजमार्ग-202 पर कई यात्री फंसे हुए हैं।
इस बीच, लगातार बारिश से आई अचानक बाढ में दीमापुर जिला प्रशासन ने एसडीआरएफ के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया है। बच्चों, बुजुर्गों, रोगियों और विशेष आवश्यकता वाले व्यक्तियों सहित कुल आठ सौ 44 लोगों को राहत शिविरों में सुरक्षित रूप से भेजा गया है।