महाराष्ट्र में छत्रपति संभाजीनगर के जिला मजिस्ट्रेट दिलीप स्वामी ने जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए खुल्दाबाद में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने नागरिकों से अफवाहों पर विश्वास न करने और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रशासन के साथ सहयोग करने का आग्रह किया।
खुल्दाबाद तहसील कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक विनय कुमार राठौड़ ने औरंगजेब के मकबरे और पूरे क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुरक्षा तैनाती में 30 पुलिस कर्मी, वरिष्ठ अधिकारी, राज्य रिजर्व बल के 50 जवान और 80 होमगार्ड शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, पूरे क्षेत्र की सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है।
अधिकारी गलत सूचना और भड़काऊ सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए साइबर सेल के माध्यम से सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। पुलिस अधीक्षक राठौड़ ने कहा कि विवादास्पद या झूठे पोस्ट साझा करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नागरिक तत्काल सहायता के लिए सुरक्षा आपातकालीन नंबर 1800 270 36 00 या 112 डायल करके सुरक्षा चिंताओं की रिपोर्ट कर सकते हैं।
जिला मजिस्ट्रेट दिलीप स्वामी ने सभी अधिकारियों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को तुरंत देने का निर्देश दिया है। उन्होंने नागरिकों से सत्यापित सूचनाओं पर भरोसा करने का आग्रह किया।
उधर, नागपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति अब नियंत्रण में है। जिला पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र सिंघल ने बताया कि सोमवार रात को हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 5 मामले दर्ज किए गए हैं और 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जिला के प्रभारी मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने अधिकारियों के साथ बैठक की और हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। जिला प्रशासन आगजनी और पथराव के कारण संपत्ति को हुए नुकसान का आकलन कर रहा है।
नागपुर पुलिस ने शहर में सौहार्द बनाए रखने और निवासियों को सुरक्षा का भरोसा दिलाने के लिए कल रात संवेदनशील इलाकों में मार्च किया। पुलिस आयुक्त डॉ. सिंघल ने बताया कि स्थिति का आकलन करने के बाद कर्फ्यू में ढील देने का फैसला किया जाएगा।
आकाशवाणी संवाददाता ने बताया कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत नागपुर शहर के 11 क्षेत्रों में किसी भी तरह के जमावड़े पर रोक लगा दी गई है।