जुलाई 1, 2024 9:43 अपराह्न

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नये आपराधिक कानून भारतीय नागरिकों को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है

तीन नये आपराधिक कानून- भारतीय न्‍याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, और भारतीय साक्ष्‍य अधिनियम लागू हो गये हैं। ये नये आपराधिक कानून जांच, सुनवाई और अदालती प्रक्रियाओं में प्रौद्योगिकी के उपयोग पर बल देने वाले हैं। नये आपराधिक कानून भारतीय नागरिकों को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इन कानूनों का उद्देश्य सभी के लिये ज्यादा सुलभ, सहायक और कुशल न्याय प्रणाली बनाना है। नये कानून में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों की जांच को प्राथमिकता दी गयी है। इसके अलावा गिरफ्तारी की स्थिति में गिरफ्तार होने वाले व्यक्ति को अपने किसी परिजन को अपनी स्थिति बताने के विषय में सूचित करने का अधिकार दिया गया है। नये आपराधिक कानून लागू होने के पहले दिन लोगों को इसकी जानकारी देने के लिये पुलिस विभाग की ओर से प्रदेश के लगभग सभी जिलों में गोष्ठियों के आयोजन किये जा रहे हैं। अयोध्या जिले में नये आपराधिक कानून को लेकर सभी थानों में जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान कोतवाली में आये लोगों को कानून की जानकारी देने वाले पम्प्लेट बांटे गये।

वाराणसी में गोष्ठियों के जरिये आम जन मानस को पुलिस अधिकारियों ने नये कानून की जानकारी दी और इसे लेकर लोगों की भ्रांतियों को दूर किया। उन्नाव जिले में पुलिस अधीक्षक ने सदर कोतवाली में नये आपराधिक कानून को लेकर संगोष्ठी आयोजित की। मिर्जापुर में डीआईजी, एसपी सहित सभी पुलिस अधिकारी थाने स्तर पर लोगों को नये आपराधिक कानून की जानकारी दे रहे हैं। गोरखपुर में अपर महानिदेशक जोन ने पत्रकार वार्ता के माध्यम से लोगों को नये कानून के विशय में विस्तार से बताया। अमरोहा और हापुड़ से भी नये कानून को लेकर गोष्ठियों के आयोजन की खबर है।