कार्यवाहक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। शपथ ग्रहण समारोह रविवार शाम को राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया जाएगा। राष्ट्रपति मुर्मु श्री नरेंद्र मोदी और उनके नए मंत्रिमण्डल को शपथ दिलाएंगे।
इससे पहले, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में एनडीए के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी राष्ट्रपति से मुलाकात की और एक पत्र सौंपा जिसमें कहा गया कि नरेंद्र मोदी को भाजपा संसदीय दल का नेता चुना गया है। एनडीए के घटक दलों की ओर से समर्थन पत्र भी राष्ट्रपति को सौंपा गया।
राष्ट्रपति भवन के बाहर श्री मोदी ने कहा कि एनडीए एक मजबूत, स्थिर और विकासोन्मुख सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने उन्हें कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किया है और उन्होंने राष्ट्रपति को बताया है कि वे शपथ ग्रहण समारोह को लेकर उत्सुक हैं। श्री मोदी ने बताया कि मंत्रिपरिषद की सूची राष्ट्रपति को सौंप दी जाएगी।
श्री मोदी ने कहा कि लोगों ने एनडीए सरकार को एक और मौका दिया है और यह 18वीं लोकसभा नई और युवा ऊर्जा का सदन है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार देश की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करेगी।
कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने कहा कि स्थिर सरकार देश और इसकी अर्थव्यवस्था के साथ-साथ युवाओं के लिए हितकारी साबित होगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उनकी सरकार देश का तेज गति से विकास करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
राष्ट्रपति भवन ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज संविधान के अनुच्छेद 75 (1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए श्री मोदी को भारत के प्रधानमंत्री के पद पर नियुक्त किया। राष्ट्रपति ने श्री मोदी से अनुरोध किया कि वे उन्हें केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य नियुक्त किए जाने वाले अन्य व्यक्तियों के नामों के बारे में बतायें और राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तारीख और समय बताएं।
इससे पहले आज एनडीए संसदीय दल ने सर्वसम्मति से श्री नरेन्द्र मोदी को पार्टी का नेता चुना। नई दिल्ली में पुराने संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में एनडीए संसदीय दल की बैठक के दौरान भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने श्री मोदी के नाम का प्रस्ताव दिया जिसका गठबंधन के सभी नेताओं ने समर्थन किया। श्री मोदी को लोकसभा में भाजपा और संसदीय दल के नेता के रूप में भी चुना गया है।
श्री मोदी के नाम का प्रस्ताव रखते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वे इस पद के लिए सबसे योग्य व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन कोई मजबूरी नहीं बल्कि हमारी प्रतिबद्धता है। भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह और नितिन गडकरी ने प्रस्ताव का समर्थन किया।
तेलुगूदेसम पार्टी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में एनडीए सरकार ने पिछले दस वर्षों में महत्वपूर्ण कार्य किये हैं। उन्होंने कहा कि देश ने उल्लेखनीय प्रगति और परिवर्तन देखा है। श्री नायडू ने कहा, भारत के पास सही समय पर एक सही नेता है, वह हैं नरेंद्र मोदी।
श्री मोदी को समर्थन देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल युनाइटेड अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि वे श्री मोदी के नेतृत्व में मिलकर काम करेंगे। श्री कुमार ने कहा कि श्री मोदी ने देश की सेवा की है और जो कुछ कार्य करने बचे हैं वह अब पूरा करेंगे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना (शिंदे समूह) नेता एकनाथ शिंदे, लोकजनशक्ति पार्टी रामविलास प्रमुख चिराग पासवान, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता अजीत पवार, जन सेना प्रमुख पवन कल्याण, अपना दल (एस) नेता अनुप्रिया पटेल और जनता दल (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी भी प्रस्ताव का समर्थन किया।
इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि एनडीए उन दलों का समूह नहीं है जो सत्ता के लिए एक साथ आए हैं, बल्कि यह राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध गठबंधन है। उन्होंने कहा कि एनडीए भारत के इतिहास में सबसे सफल गठबंधन है और हमारा लक्ष्य सभी निर्णयों में सर्वसम्मति बनाना होगा। श्री मोदी ने कहा कि आज देश की जनता ने एनडीए को 22 राज्यों में सरकार बनाकर सेवा करने का मौका दिया है।
श्री मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार सुशासन, विकास और आम नागरिकों के जीवन में न्यूनतम हस्तक्षेप पर ध्यान केंद्रित करेगी। उन्होंने कहा, पिछले दस वर्षों में एनडीए ने देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि एनडीए के सभी नेतृत्व स्तंभों के बीच एक सामान्य बात है, वह है सुशासन।
अपने संबोधन में श्री मोदी ने कहा कि अगले वर्ष सुशासन, विकास, जीवन की गुणवत्ता और आम नागरिकों के जीवन में न्यूनतम हस्तक्षेप पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा। उन्होंने ईवीएम धांधली के आरोपों का जिक्र करते हुए विपक्षी गठबंधन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब नतीजे घोषित हुए तो उन्हें चिंता हुई कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें ‘मृत या जीवित’ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष ने ईवीएम पर आरोप लगाने और निर्वाचन आयोग को कमजोर करने की कोशिश की। उन्होंने चुनावी वादों को लेकर विपक्ष पर भी हमला बोला और उस पर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। श्री मोदी ने कांग्रेस की निंदा करते हुए कहा कि पार्टी लोकसभा चुनाव में एक सौ सीटों का आंकड़ा भी नहीं छू सकी।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि एनडीए को लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव में बहुमत मिला है। उन्होंने कहा कि ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भाजपा की सफलता सराहनीय है। बैठक में राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी, पीयूष गोयल और अनुराग सिंह ठाकुर सहित कई केंद्रीय मंत्री मौजूद थे। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह भी बैठक में शामिल हुए।