उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि नए आपराधिक कानून देश में औपनिवेशिक विरासत को खत्म करेंगे और आपराधिक न्याय प्रणाली को सशक्त बनाएंगे। उपराष्ट्रपति ने आज गांधीनगर में राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि नई कानून व्यवस्था में न्यायिक विज्ञान की केंद्रीय भूमिका है।
श्री धनखड़ ने कहा कि न्यायिक विज्ञान केवल एक तकनीकी क्षेत्र नहीं है बल्कि यह देश में आपराधिक न्याय प्रणाली की नींव है। श्री धनखड़ ने कहा कि आपराधिक न्याय प्रणाली देश के लोकतंत्र और विकास को परिदर्शित करती है। उपराष्ट्रपति ने न्याय और विधि के शासन को सुदृढ बनाने में न्यायिक विज्ञान की भूमिका पर प्रकाश डाला।
इससे पहले उपराष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय में एक पौधा रोपा। बाद में श्री धनखड़ अहमदाबाद में गुजरात विश्वविद्यालय में धर्म धम्म अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेंगे। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।