खान मंत्रालय, महत्वपूर्ण खनिजों के प्रसंस्करण और उसके नवाचार को बढ़ावा देने के लिए आज से नई दिल्ली में एक शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए खान मंत्रालय के सचिव वीएल कांथा राव ने कहा कि भारत की तीव्र आर्थिक वृद्धि और स्वच्छ ऊर्जा की महत्वाकांक्षा समय की मांग है।
उन्होंने देश में महत्वपूर्ण खनिजों की खोज के महत्व पर जोर दिया। इस अवसर पर श्री राव ने यह भी उल्लेख किया कि सरकार ने नवंबर 2023 में महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों के 20 ब्लॉकों की नीलामी शुरू की थी, इसके बाद फरवरी 2024 में 18 ब्लॉकों की एक और किश्त शुरू की। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी और नीलामी की उम्मीद है।
सत्र के दौरान खान मंत्रालय और शक्ति टिकाऊ ऊर्जा फाउंडेशन के साथ-साथ ऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद और भारतीय सतत विकास संस्थान के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। इस समझौते का उद्देश्य महत्वपूर्ण खनिजों के बारे में जानकारी प्रदान करना है, जो देश के आर्थिक विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा और निम्न-कार्बन उत्सर्जन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
इस रणनीतिक शिखर सम्मेलन में पृथ्वी और महासागरों से निकाले गए खनिजों को प्रदर्शित करने वाले प्रदर्शनी मंडप भी स्थापित किए गए हैं।