नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने नई दिल्ली में कल एक उच्च स्तरीय बैठक में एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के परिचालन की समीक्षा की। निदेशालय ने हाल ही में एयर इंडिया के बताए गए रखरखाव संबंधी मुद्दों पर चिंता जताई।
एयरलाइन को इंजीनियरिंग, संचालन, ग्राउंड हैंडलिंग इकाइयों में आंतरिक समन्वय को मजबूत करने और नियमों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी गई।
बैठक के दौरान, हाल ही में हवाई क्षेत्र, खासकर ईरानी हवाई क्षेत्र बंद होने से पड़ने वाले प्रभावों की समीक्षा की गई। हवाई क्षेत्र बंद होने से उड़ानों में बदलाव, देरी और रद्दीकरण हुआ है। एयरलाइंस को यात्रियों और चालक दल को समय पर जानकारी देना सुनिश्चित करने और व्यवधानों को कम करने के लिए वैकल्पिक रूटिंग रणनीति अपनाने को कहा गया है। डीजीसीए ने बेहतर यात्री सुविधा और सभी उपलब्ध माध्यमों से समय पर सूचना प्रसारित करने पर जोर दिया।
डीजीसीए ने एयर इंडिया के वाइड-बॉडी संचालन के लिए हाल के परिचालन डेटा की भी समीक्षा की, जिसमें बोइंग 787 बेड़े पर विशेष ध्यान दिया गया। डीजीसीए ने कहा कि एयर इंडिया के बोइंग 787 बेड़े पर हाल ही में की गई निगरानी में कोई बड़ी सुरक्षा चिंता सामने नहीं आई। एयर इंडिया के 33 बोइंग 787 विमानों में से आज तक कुल 24 विमानों के उन्नत सुरक्षा निरीक्षण ने आवश्यक जांच सफलतापूर्वक पूरी कर ली है।