जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनके निवास पर मुलाकात की। दोनों नेता आज दोपहर में राजधानी में आयोजित हो रही अंतर सरकारी परामर्श समूह (आईजीसी) की सातवीं बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। आईजीसी सरकारी व्यवस्था है जिसमें दोनों पक्षों के मंत्री अपनी-अपनी जिम्मेदारी वाले क्षेत्रों से जुडे़ मुद्दों पर विचार-विमर्श के बाद उसके निष्कर्षों को प्रधानमंत्री और चांसलर को प्रस्तुत करते हैं।
भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल है जिसकी जर्मनी के साथ इस प्रकार की परामर्श व्यवस्था है। आईजीसी की बैठक में प्रौद्योगिकी पर विशेष चर्चा होने तथा सतत विकास और नवाचार पर प्रमुख रूप से विचार विमर्श होने की संभावना है। दोनों पक्षों के बीच उभरती प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हो सकती है।
इसके अलावा रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर भी बातचीत होगी। दोनों नेता आज दोपहर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसमें रक्षा और सुरक्षा सहयोग, आर्थिक सहयोग और मजबूत करने, हरित और सतत विकास में साझेदारी पर वार्ता होगी।
प्रधानमंत्री मोदी और चांसलर शोल्ज़ एशिया प्रशांत जर्मन व्यापार की 18वीं बैठक को भी संबोधित करेंगे। श्री शोल्ज तीन दिन की भारत यात्रा पर कल रात नई दिल्ली पहुंचे थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत और जर्मनी के संबंध हर स्तर पर मजबूत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी का 25वां वर्ष है और अपने वाले 25 वर्षों में यह संबंध नई ऊंचाईयों पर पहुंचेंगे। नई दिल्ली में एशिया प्रशांत जर्मन व्यापार के 18वें सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत विविधतापूर्ण और जोखिम मुक्त कारोबार का बड़ा केन्द्र बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिन्द प्रशांत क्षेत्र विश्व के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।