महाराष्ट्र में नागपुर शहर में सोमवार की रात दो समुदायों के बीच भड़की हिंसा के बाद नागपुर के 11 क्षेत्रों में लगाए गए कर्फ्यू में से कल आठ क्षेत्रों में ढील दी गई है। जबकि कोतवाली गणेशपेठ और तहसील पुलिस स्टेशन के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू है।
पुलिस आयुक्त डॉक्टर रविन्द्र सिंघल ने बताया कि पुलिस ने अब तक इन घटनाओं में शामिल लगभग 84 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को जांच के लिए नागपुर जिला अदालत के समक्ष पेश किया जा रहा है। आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए कानून और व्यवस्था को स्थिति नियंत्रण में है।
इस बीच, हिंसक झड़पों के कथित मुख्य आरोपी फहीम खान को पांच अन्य लोगों के साथ नागपुर के साइबर सेल पुलिस द्वारा देशद्रोह कृत्य के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। संदेह व्यक्त किया जा रहा है कि ये लोग राजनीतिक गुट माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के साथ जुड़े हुए हैं। जिन्होंने बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद द्वारा धार्मिक प्रतीकों को जलाए जाने के कारण व्याप्त सामुदायिक तनाव के बाद सोमवार की रात लोगों को हिंसा के लिए उकसाया।
जिला प्रशासन, पथराव और आगज़नी के दौरान नागरिकों की सम्पत्ति को हुए नुकसान का मूल्यांकन कर रहा है। राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने नुकसान का मूल्यांकन करने का निर्देश जिलाधिकारियों को दिया है। उन्होंने हिंसा प्रभावित लोगों को 48 घंटे के भीतर मुआवजा देने का भी निर्देश दिया है।