देहरादून में कल पहला अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में राज्य में निवेश, पर्यटन, कौशल विकास और कृषि क्षेत्र में संभावनाओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया। देर शाम तक चले चार सत्रों में हुए इस आयोजन में विशेषज्ञों ने प्रदेश को हर क्षेत्र में संभावनाओं से भरपूर बताते हुए निवेश के लिए उत्साहजनक पहल करने की बात कही।
सम्मेलन के दौरान एक सत्र को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि राज्य में जैविक खेती को पचास प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य है। मिलेट्स के लिए उत्तराखंड की अनुकूल स्थिति को रेखांकित करते हुए उन्होंने उत्पादन को दोगुना करने की दिशा में कार्य करने की योजना बताई। कार्यक्रम के दौरान युवाओं को विदेश में रोजगार के अवसर और उससे जुड़ी चुनौतियों पर भी चर्चा हुई।
आयोजन के अंत में प्रवासी उत्तराखंडियों और विशेषज्ञों का सम्मान किया गया। माना जा रहा है कि यह सम्मेलन उत्तराखंड के विकास के लिए नए रास्ते खोलेगा और राज्य के युवाओं और उद्यमियों को नई प्रेरणा देगा।