उत्तराखंड के वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ गया है। देहरादून जू में वन मंत्री सुबोध उनियाल में एक बाघ बाड़े का उद्घाटन किया, जो प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए एक अनूठा अनुभव साबित होगा। यह पहल न केवल वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देगी, बल्कि उत्तराखंड को पर्यावरणीय पर्यटन का नया केंद्र बनाएगी।
इस अवसर पर वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि बाघ संरक्षण केवल वन्यजीवों को बचाने का कार्य नहीं है, बल्कि यह हमारे पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित बनाए रखने और हमारी आने वाली पीढ़ियों को पर्यावरणीय धरोहर सौंपने का एक प्रयास है। उन्होंने बताया कि यह बाड़ा केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के निर्देशों और मानकों के अनुरूप बनाया गया है।
बाघ बाड़ा 20 हेक्टेयर के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है, जो पर्यटकों को एक अद्वितीय अनुभव देगा। इस बाड़े में फिलहाल दो नर बाघों को रखा गया है। ये दोनों बाघ राज्य के विभिन्न हिस्सों से बचाए गए थे और पहले कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेस्क्यू सेंटर में रखे गए थे।