देश में विभिन्न औषधि कंपनियों द्वारा बनाई जाने वाली 135 दवाइयों को गुणवत्ता के अनुरूप नहीं पाया गया है। यह जानकारी केन्द्रीय और राज्य औषधि प्रयोगशालाओं के नवम्बर 2024 के आंकडों में दी गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया है कि औषधियों के नमूनों की जांच में पाया गया कि वे गुणवत्ता के निर्धारित मानदण्डों पर खरी नहीं उतरीं।
मंत्रालय ने यह भी बताया है कि गुणवत्ता में यह कमी सरकारी प्रयोगशालाओं में परीक्षण की गई औषधि विशेष पर ही लागू है तथा बाजार में उपलब्ध अन्य औषधियों को इस दायरे में नहीं लाया जा सकता।
गुणवत्ता में कमी या मिलावटी दवाओं का नियमित रूप से परीक्षण किया जाता है, ताकि ऐसी दवाओं की पहचान कर उन्हें बाजार में आने से रोका जाए।