देश में पिछले दस वर्षों में अंतरिक्ष क्षेत्र में अभूतपूर्व और उल्लेखनीय प्रगति हुई है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो के अध्यक्ष वी नारायणन ने आज नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि 2015 से 2025 के बीच पूरे किये गए मिशन 2005 से 2015 के बीच पूरे हुए मिशन से लगभग दोगुना है। उन्होंने कहा कि एक्सियम फोर मिशन प्रतिष्ठित मिशन है, क्योंकि शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन जाकर सुरक्षित लौटने वाले पहले भारतीय बने। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष उद्योग में तीन सौ स्टार्टअप तैयार किये गए हैं जबकि दस साल पहले इनकी संख्या केवल एक थी।
इस अवसर पर वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने एक्सियम मिशन को संभव बनाने के लिए केन्द्र सरकार और इसरो की टीम को धन्यावाद दिया। उन्होंने कहा कि इस मिशन से प्राप्त जानकारी भारत के आगामी गगनयान मिशन और भारत अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने के लिए मूल्यवान सिद्ध होंगी। ग्रुप कैप्टन शुक्ला ने स्वदेशी मानव अंतरिक्ष मिशन के सपनों को साकार करने में देश की क्षमताओं पर पूर्ण भरोसा व्यक्त किया।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह तथा गगनयान मिशन पर जाने वाले सदस्यों में शामिल ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालाकृष्णन ने भी प्रेस वार्ता को संबोधित किया।