देश की शून्य कार्बन उत्सर्जन महत्वकांक्षाओं के अनुरूप, कोयला क्षेत्र ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षमताओं को वर्ष 2030 तक नौ गीगावाट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। यह क्षेत्र अद्यतन राष्ट्रीय निर्धारित योगदान के लक्ष्य की दिशा में काम कर रहा है। इसमें वर्ष 2030 तक गैर जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा संसाधनों से 50 प्रतिशत संचयी विद्युत स्थापित क्षमता हासिल करना है। कोयला मंत्रालय ने पहले से ही कोयला और लिग्नाइट से संबंधित सार्वजनिक उपक्रमों के लिए एक महत्वकांक्षी शुद्ध शून्य बिजली खपत योजना निर्धारित की है। वहीं, मंत्रालय खनन क्षेत्र में सौर उपकरण स्थापित करने को महत्व दे रहा है। वर्तमान में कोल इंडिया लिमिटेड, एन एल सी इंडिया लिमिटेड और एस सी सी एल जैसी प्रमुख कोयला कम्पनियों ने लगभग 17 सौ मेगावॉट की सौर क्षमता स्थापित की है।
News On AIR | मार्च 12, 2024 7:36 अपराह्न | शून्य उत्सर्जन - कोयला मंत्रालय
देश की शून्य कार्बन उत्सर्जन महत्वकांक्षाओं के अनुरूप, कोयला क्षेत्र ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षमताओं को वर्ष 2030 तक नौ गीगावाट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा
