देशभर में दस दिनों का गणेश चतुर्थी उत्सव हर्षोल्लास के साथ आज से शुरू हो गया। इसी क्रम में वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम में विधि-विधान से गणेश चतुर्थी का पूजन संपन्न हुआ। गणेश उत्सव पूरी आस्था के साथ 17 सितंबर तक मनाया जाएगा।
राजधानी लखनऊ में गणेश उत्सव के लिये 200 से अधिक समितियों ने पंडाल सजाने की अनुमति ली है। सबसे बड़ा पंडाल हनुमान सेतु के पास झूलेलाल वाटिका में लगाया गया है। 14000 वर्ग फुट में फैला या पांडाल रानी पद्मावती के महल की तर्ज पर तैयार किया गया है। निशातगंज के पेपर मिल में पूजा पंडाल को जगन्नाथ धाम के रूप में बनाया गया है।
इसके अलावा शहर के आईटी चौराहा, अमीनाबाद, चौक, कैसरबाग, अलीगंज, समेत अन्य जगहों पर भी पूजा समितियों द्वारा गणेश उत्सव मनाया जा रहा है। इसके अलावा लोग घरों में भी गणपति की स्थापना कर रहे हैं। बाजारों में गणपति की मूर्तियों और पूजा सामग्री खरीदने के लिये लोगों की काफी भीड़ है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए हैं। कई स्थानों पर यातायात को भी परिवर्तित किया गया है।