दिल्ली सहित देशभर में आज से चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुवात हो चुकी है। दिल्ली में रहने वाले बिहार और पूर्वांचल के लोगो द्वारा छठ पर्व के आज पहले दिन का अनुष्ठान नहाये – खाये का व्रत किया जा रहा है। इस पर्व पर दिल्ली सरकार ने 200 घाट पर मैथिलि और भोजपुरी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया है।
आज के दिन व्रती और उनके परिजन पवित्र जल से स्नान करते हैं और अगले तीन दिन के व्रत का संकल्प लेते हैं। इस अवसर पर व्रती घरों में सात्विक आहार जैसे लौकी की सब्जी, चने की दाल और चावल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं। छठ महापर्व के दूसरे दिन को खरना कहते हैं जिसमें व्रती 36 घंटे के निर्जला उपवास का आरम्भ करते हैं। लोकास्था के इस पर्व के तीसरे दिन डूबता सूर्य को अर्घ दिया जाता है और वहीं चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ दिया जाता है। इस अवसर पर कला और संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा, शिक्षा मंत्री आशीष सूद, सामाजिक कल्याण मंत्री रविंदर इंद्राज सिंह तथा दिल्ली नगर निगम के महापौर राजा इक़बाल सिंह ने राजधानी के विभिन्न घाटों का निरिक्षण किया। इस बार दिल्ली सरकार का संकल्प है कि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के श्रद्धा और आस्था के साथ इन घाटों पर पूजा-अर्चना कर सकें। प्रादेशिक समाचार के लिए दृष्टि पुण्यानि।