सितम्बर 15, 2024 7:46 पूर्वाह्न

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दूरदर्शन मना रहा है अपनी 65वीं वर्षगांठ, 15 सितंबर 1959 को देश में टेलीविजन प्रसारण की शुरुआत हुई थी

दूरदर्शन आज 65वीं वर्षगांठ मना रहा है। देश में टेलीविजन प्रसारण की शुरुआत 15 सितंबर 1959 को दूरदर्शन से हुई थी। तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति डॉक्‍टर राजेन्‍द्र प्रसाद ने इसके पहले प्रसारण का उद्घाटन किया था। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कहा है कि इस महत्‍वपूर्ण वर्षगांठ को मनाने के लिए, डीडी नेशनल एक विशेष कार्यक्रम – दिल से दूरदर्शन, DD@65 प्रसारित करेगा। यह कार्यक्रम रविवार सवेरे 10 बजे प्रसारित किया जाएगा।

 

वर्ष 1975 तक दूरदर्शन, आकाशवाणी का ही हिस्‍सा था। पहली अप्रैल 1976 को यह सूचना और प्रसारण मंत्रालय का एक अलग विभाग बना और बाद में प्रसार भारती के नियंत्रण में आया। अपनी स्‍थापना से लेकर अब तक डीडी नेशनल ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अभूतपूर्व बदलाव देखे हैं और सार्वजनिक सेवा प्रसारण की प्रतिबद्धता बनाए रखी है। अपने विशाल नेटवर्क के बूते दूरदर्शन आज भारत का सबसे बडा प्रसारक है जिसकी पहुंच ग्रामीण दर्शकों तक है। दूरदर्शन के छह राष्‍ट्रीय और 22 क्षेत्रीय चैनलों से चौबीसो घंटे प्रसारण होता है। दूरदर्शन का एक अंतरराष्ट्रीय चैनल भी है। दूरदर्शन निशुल्क डी.टी.एच. सेवा भी उपलब्ध कराता है। दूरदर्शन जागरुकता प्रसार का माध्यम रहा है। इसके चर्चित कार्यक्रमों में रामायण, महाभारत, हमलोग, बुनियाद, मालगुड़ी डेज और उड़ान शामिल हैं। समाचार कक्ष से प्रवीण गौतम।