भारतीय नौसेना के पोत आईएनएस सुजाता ने आज लाइबेरियाई ध्वज वाले मालवाहक पोत एमएससी एलसा-3 के चालक दल के तीन सदस्यों को बचाया।
यह जलपोत कल कोच्चि तट के 38 समुद्री मील दक्षिण-पश्चिम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। बचाए गए लोगों में जहाज का कप्तान, चीफ इंजीनियर और सेकंड इंजीनियर शामिल हैं। यह जहाज कोच्चि के रास्ते तिरूअंनतपुरम के निकट विझिंजम बंदरगाह जा रहा था।
दुर्घटनाग्रस्त जहाज के चालक दल के 21 सदस्यों को कल बचाया गया था। उन्हें कोस्ट गार्ड जेट्टी लाया जा रहा है। जहाज के कप्तान, चीफ इंजीनियर और सेकंड इंजीनियर को कोच्चि में भारतीय नौसेना की जेट्टी लाया जा रहा है।
इस जहाज में छह सौ 40 कंटेनर थे जिनमें से 13 में खतरनाक सामान भरा था। 12 कंटेनरों में कैल्शियम कार्बाइड थी। इसमें 84 मीट्रिक टन डीजल और तीन सौ 67 मीट्रिक टन फर्नेस ऑइल भी था।
तटरक्षक बल ने प्रदूषण से निपटने के उपकरण के साथ आईसीजी जलपोत सक्षम और तेल रिसाव का पता लगाने की उन्नत प्रणाली से लैस डोरनियर विमान तैनात किए हैं। अब तक तेल रिसाव की कोई खबर नहीं है।
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एक बार फिर जनता से अपील की है कि जलपोत से निकले और किनारे पर आए किसी भी सामान या वस्तु को ना छुएं।
लोगों को सलाह दी गई है कि किसी भी संदिग्ध वस्तु के आसपास भीड़ ना लगाएं और ऐसी वस्तु नजर आने पर उससे कम से कम दौ सौ मीटर दूर रहें।