दुबई में खाड़ी सूचना सुरक्षा प्रदर्शनी और सम्मेलन में भारत का साइबर सुरक्षा उद्योग लोकप्रिय हो रहा है। भारतीय डेटा सुरक्षा परिषद ने इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में देश की बढ़ती विशेषज्ञता को प्रदर्शित करने के लिए 22 भारतीय कंपनियों को एक साथ लाया है। यह भागीदारी साइबर सुरक्षा में भारत की उल्लेखनीय प्रगति को दर्शाती है।
भारत में सरकार और उद्योग जगत दोनों के प्रयासों से स्टार्टअप की संख्या में वृद्धि हो रही है। दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत सतीश कुमार सिवन ने खाड़ी सूचना सुरक्षा प्रदर्शनी और सम्मेलन में भारतीय मंडप का उद्घाटन किया।
इसमें भारतीय डेटा सुरक्षा परिषद की उपस्थिति का उद्देश्य वैश्विक साइबर सुरक्षा केंद्र के रूप में भारत की स्थिति को दर्शाना है। साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में वैश्विक बाजार में भारत की हिस्सेदारी 80 से 85 प्रतिशत है, जबकि घरेलू बाजार इसकी हिस्सेदारी 15 से 20 प्रतिशत है। अमरीका और यूरोप जैसे विकसित देशों में साइबर सुरक्षा तकनीकी अपनाने की दर, जागरूकता स्तर और बजट के कारण आकर्षक संभावनाएं रहती हैं।
भारतीय साइबर सुरक्षा कंपनियां साइबर हमलों की आशंका वाले क्षेत्रों की पहचान, विशेष रूप से बैंकिंग, विनिर्माण, ऊर्जा, यात्रा और परिवहन जैसे क्षेत्रों में अग्रणी है।
यह प्रदर्शनी आज से बृहस्पतिवार तक दुबई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में आयोजित हो रही है। इसमें एक सौ सत्ताईस देशों के सूचना सुरक्षा विशेषज्ञ और सात सौ पचास से अधिक अग्रणी साइबर सुरक्षा कंपनियां भाग ले रही हैं।