दुबई के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में आज 11वां विश्व हरित अर्थव्यवस्था शिखर सम्मेलन-डब्ल्यूजीईएस शुरू हुआ, जिसमें 30 से ज़्यादा देशों के तीन हजार तीन सौ से ज़्यादा प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस दो दिवसीय सम्मेलन में नीति निर्माता, व्यापारिक नेता, निवेशक और अन्वेषक भाग ले रहे हैं, जिसका विषय है नवाचार के लिए प्रभावी हरित अर्थव्यवस्था के भविष्य को गति देना। इसका मुख्य आकर्षण सतत विकास और जलवायु कार्रवाई के लिए दुबई को एक वैश्विक केंद्र के रूप में दर्शाना है।
जल, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण प्रदर्शनी के साथ आयोजित यह शिखर सम्मेलन शुद्ध-शून्य लक्ष्यों को प्राप्त करने और हरित परिवर्तन को आगे बढ़ाने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों पर प्रकाश डालता है। सत्रों में वैश्विक जलवायु लक्ष्यों को गति देने के लिए नीतिगत सुधारों के साथ-साथ सतत प्रौद्योगिकियों में अग्रणी भूमिका निभाने में लघु और मध्यम उद्यमों के महत्व पर भी ज़ोर दिया गया।
अरब फ़ाउंडेशन फ़ोरम की सीईओ नैला फ़ारूकी ने कहा कि जलवायु संकट क्षेत्रीय समाधानों की माँग करता है। पहली अरब क्षेत्रीय जलवायु प्रतिबद्धता के साथ एएफएफ फ़ाउंडेशनों, नागरिक समाज, सार्वजनिक और निजी हितधारकों को एक साथ ला रहा है ताकि एक एकीकृत प्रतिक्रिया तैयार की जा सके – जो स्थानीय वास्तविकताओं और दीर्घकालिक स्थिरता पर केंद्रित हो। इससे अरब क्षेत्र में परोपकार के साहसिक विचारों, अग्रणी समुदायों और समानता तथा देखभाल पर आधारित दीर्घकालिक समाधानों का समर्थन करने की अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करने में मदद मिलती है।
सरकार, उद्योग और शिक्षा जगत के लगभग 80 अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं की भागीदारी वाला, डब्ल्यूजीईएस साझेदारी और कार्रवाई योग्य प्रतिबद्धताओं को मज़बूत करने के उद्देश्य से एक व्यापक एजेंडा प्रस्तुत करता है। प्रमुख विषयों में नवीकरणीय ऊर्जा, वृत्ताकार अर्थव्यवस्थाएं और समतापूर्ण जलवायु रणनीतियां शामिल हैं, जिनमें स्थिरता प्रतिज्ञाओं में जवाबदेही और पारदर्शिता पर विशेष ज़ोर दिया गया है। ग्लोबल अलायंस ऑन ग्रीन इकोनॉमी अपने 2024-2025 पोर्टफोलियो का भी अनावरण करेगा, जिसमें सदस्य देशों को हरित अर्थव्यवस्थाओं की ओर उनके संक्रमण में सहायता के लिए डिज़ाइन की गई प्रमुख पहलों को प्रस्तुत किया जाएगा।