दुबई इंटरनेशनल आर्ट सेंटर में रंग-दे-गुलाल प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। भारतीय लोक कला गलियारे द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 24 भारतीय कलाकार हिस्सा ले रहे हैं।
प्रदर्शनी में विभिन्न क्षेत्रीय शैलियाँ प्रस्तुत की गई हैं। इनमें से एक केरल की थेय्यम कला है। यह कला अपने चेहरे की पेंटिंग, आकर्षक वेशभूषा और आधुनिक उपयोग के लिए जानी जाती है। प्रदर्शनी में देवताओं के चित्रों को दर्शाने वाले भित्ति चित्र को भी प्रमुखता से दर्शाया गया है।
यह प्रदर्शनी भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच मजबूत होते सांस्कृतिक संबंधों को रेखांकित करती है। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य भारत की पारंपरिक कलाओं को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देना और भविष्य की पीढ़ियों के लिए उनका संरक्षण सुनिश्चित करना है।