मिस्र ने गीज़ा के महान पिरामिड के पास ग्रैंड इजिप्शियन म्यूज़ियम का आधिकारिक रूप से उद्घाटन किया है। यह दुनिया का सबसे बड़ा पुरातात्विक संग्रहालय है। इसमें सात हजार वर्षों की एक लाख कलाकृतियाँ प्रदर्शित की जा रही हैं। पहली बार तूतनखामुन मकबरे की सभी साढ़े पांच हजार वस्तुएं एक साथ प्रदर्शित की गई हैं। इनमें उनका सोने का मुखौटा, सिंहासन और रथ भी शामिल हैं।
एक अरब 20 करोड़ डॉलर की लागत से निर्मित और 5 लाख वर्ग मीटर में फैले इस विशाल परिसर में प्रति वर्ष 80 लाख पर्यटकों के आने की उम्मीद है। इससे मिस्र के पर्यटन क्षेत्र को नई ऊर्जा मिलेगी। इसके मुख्य आकर्षणों में रामेसेस द्वितीय की एक विशाल प्रतिमा, 3 हजार 200 साल पुराना लटकता ओबिलिस्क और खुफू की 4 हजार 500 साल पुरानी अंत्येष्टि नौका शामिल हैं।