अगस्त 24, 2025 9:12 अपराह्न

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दिल्ली विधानसभा में ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस का हुआ आयोजन

केन्‍द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि लोकतंत्र तभी फलता-फूलता है, जब संसद और विधानसभाओं में विवेक, चर्चा और विधि सम्‍मत नियमों का पालन किया जाता है। आज दिल्‍ली विधानसभा में दो दिन के अखिल भारतीय विधानसभा अध्‍यक्ष सम्‍मेलन का उद्घाटन करते हुए श्री शाह ने कहा कि जब लोग व्‍यक्तिगत हितों से ऊपर उठकर राष्‍ट्रीय हित को सर्वोपरि मानेंगे, तभी लोकतंत्र अपने उच्‍चतम और गरिमामयी शिखर पर पहुंचेगा। उन्‍होंने कहा कि जब सदन में चर्चा बाधित की जाती है, तो राष्‍ट्रीय विकास में विधायिका की भूमिका को गहरी क्षति पहुंचती है। गृह मंत्री ने कहा कि संसद और विधानसभाओं में सार्थक चर्चा के बगैर ये संस्‍थाएं महज प्राणहीन भवन बन कर रह जाएंगी।

 

    श्री शाह ने कहा कि विधानसभा अध्‍यक्ष को संस्‍था का दर्जा दिया गया है और सदन में उनकी सबसे चुनौतिपूर्ण भूमिका होती है। गृह मंत्री ने कहा कि भारतीय संविधान के 75 वर्षों से भी अधिक समय में देश की विधानसभाओं और लोकसभा ने लगातार सदन की गरिमा बढ़ाने का काम किया है। उन्‍होंने कहा कि निष्‍पक्षता और न्‍याय के दो स्‍तंभों पर विधानसभा अध्‍यक्ष की गरिमा टिकी  है।

    इस अवसर पर दिल्‍ली की मुख्‍यमंत्री रेखा गुप्‍ता ने कहा कि आज के दिन स्‍वतंत्रता सेनानी विट्ठल भाई पटेल के केन्‍द्रीय विधानमंडल का पहला भारतीय अध्‍यक्ष चुने जाने के सौ साल पूरे दिन होने का ऐतिहासिक अवसर है। उन्‍होंने कहा कि उनका चुनाव भारत की नैतिक विजय थी।

 

    दिल्‍ली विधानसभा अध्‍यक्ष विजेन्‍द्र गुप्‍ता, केन्‍द्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू, दिल्‍ली के उपराज्‍यपाल विनय कुमार सक्‍सेना समेत कई गणमान्‍य लोग इस अवसर पर उपस्थित थे। सम्‍मेलन में राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों की विधानसभाओं के अध्‍यक्ष और विधान परिषदों के सभापति और उपसभापति भाग ले रहे हैं।

    इस अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्‍ली विधानसभा में विट्ठलभाई पटेल के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का भी दौरा किया। प्रदर्शनी का दौरा करते हुए राज्‍यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा  कि भारत की विधायी संस्‍कृति के इतिहास का आज महत्‍वपूर्ण दिन है।